न्याय की आस में पिता मांग रहा इंसाफ
धनबाद। झारखंड के धनबाद जिले के महूदा में पूर्व जिला परिषद सदस्य संतोष महतो ने परजोरिया गांव निवासी रिटायर्ड बीसीसील कर्मी से बेटे को नौकरी दिलाने के नाम पर 26 लाख रुपये ठग लिये। इस काम में उसका साथी रुद्रप्रताप ग्याली भी शामिल था। रुपये देने के बावजूद बेटे को नौकरी नहीं मिली तो उसका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है।उसका इलाज रांची के मानसिक अस्पताल में चल रहा है. पीड़ित पिता ने अब इंसाफ के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। कोर्ट ने स्थानीय थाने को इस सिलसिले में प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया है।


पीड़ित हरि गोपाल राय का कहना है कि नौकरी नहीं मिलने की वजह से बेटे को सदमा लग गया है।वह मानसिक रूप से बीमार हो गया है। उसे लगता है कि उसकी नौकरी लगाने के लिए उसके पिता ने अपने जीवनभर की कमाई गवां दी।
महुदा राधा नगर के रहने वाले आरोपी संतोष महतो ने जिला परिषद सदस्य रहते बेटे को नौकरी दिलाने के नाम पर उससे 26 लाख रुपये की ठगी कर ली। माडा में बाजार सर्वेक्षक के रूप नौकरी दिलाने का उनको लालच दिया गया था। पैसे लेने के बाद उन्हें फर्जी जॉइनिंग लेटर थमा दिया गया। जॉइनिंग लेटर में जॉइनिंग की जगह नक्सली इलाका टुंडी दर्शाया गया. बाद में आरोपी संतोष महतो ने कहा कि टुंडी नक्सल इलाका है हम बेटे का ट्रांसफर महुदा करा देंगे।ट्रांसफर के लिए फिर उसने एक लाख रुपये झटक लिये। लेकिन आज तक नौकरी नहीं लगी. यह सिलसिल साल 2018 से चला आ रहा है।
पीड़ित के मुताबिक नौकरी नहीं लगी तो पैसे लौटाने का दबाव बनाने पर संतोष महतो ने अपनी पत्नी व अन्य लोगों के नाम पर उसे कई चेक दिए. लेकिन वे सारे चेक बाउंस कर गये। पुलिस से भी शिकायत की गई, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. अन्ततः मामले को लेकर न्यायालय की शरण में गए हैं।