⏰सतना/रामनगर💥सार्वजनिक सरकारी हैंडपम्प बने निजी जागीर👆🏿 शिकायते पहुँची रद्दी की टोकरी,,सीएम हेल्पलाइन भी हुई हेल्पलेस,,नगर के जल स्रोत्र खुद हुए पानी विहीन,,अन्य हैंड पम्प फेक रहे धुंआधार हवा,,नगर वासी लगा रहे जल निकायों व परिषद के चक्कर,सरकारी जिम्मेवार खुद ले रहे निजीकरण का लाभ,,प्राप्त खबर के अनुसार नगर निकाय रामनगर की बाणसागर डूब विस्थापित जनता डूब कर भी रह रही प्यासी,,सरकार कर रहे टोटी के बादे, नगर में सार्वजनिक सरकारी जमीनों की तरह सरकारी सार्वजनिक हैंडपम्प भी निजीकरण की भेंट चढ़ रहे है,जिसके चलते निकाय की जनता को पेय जल के लाले है,नगर में पेय जल की पाइप लाइन से हफ़्तों तक पानी की सप्लाई नही होती,जिसके चलते हैरान परेशान जनता या तो खरीद कर पानी पी रही है,या किलोमीटरो दूर से पानी ढूढ़कर ला रही है,नगर वासियो व महिलाओं का अधिकांश समय डिब्बे लेकर पेय जल ढूढने में लग रहा है,जैसे कि वार्ड नम्बर 6 में सार्वजनिक हैंडपम्प पर मोहम्मद शफीक द्वारा सबमर्शिबल डाल कर हैंडपम्प का निजीकरण कर लिया गया है,जिससे मुहल्ले वासियो को पेय जल नही मिल रहा है,घण्टो हैंडपम्प चलाने के बाद भी बाल्टी नही भरती जिसकी शिकायत मोहल्लेवासियों ने एसडीएम,रामनगर,सीएमओ नगर परिषद रामनगर,जिला कलेक्टर सतना व सीएम हेल्पलाइन में महीनो से चल रही है,मगर समस्या जस की तस है,,कार्यवाही के नाम पर झुनझुना ही दिखता है,कोई सत्ताधारी दल का खासमखास है तो कोई विपक्ष का महबूब है,जिसके चलते जिम्मेवारो की कलम ,कागजो तक ही सीमित है,इसी तरह वार्ड नम्बर 2,के सरकारी सार्वजनिक हैंडपम्प पर सरकारी सबमर्शिबल डाल कर पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष की निजी सेवा जारी है,,और तो और मान्य नीय एसडीएम तहसील कार्यालय के हैंडपम्प पर भी सरकारी ,नजरें करम है,जिसके चलते कार्यालय आने जाने वाले गरीब,मुअक्किलो को भी पेय जल के लाले देखे देखे जा सकते है,इसी तरह सरकारी , सार्वजनिक हैंडपम्प,पर ही सीएमओ नगर परिषद रामनगर द्वारा सरकारी सबमर्शिबल डाल कर निजीकरण का लाभ लिया जा रहा है,जिससे कालोनी बासियो को पेय जल ,के लिए परेशानी आम है,,एवम इसी तरह सीईओ जनपद पंचायत रामनगर द्वारा भी सार्वजनिक, सरकारी हैंडपम्प पर भी सरकारी सबमर्शिबल पम्प डाल कर निजीकरण का प्रॉफिट लिया जा रहा है,जिससे कालोनी वासी व आसपास के मोहल्लेवासियों को गर्म हवा का लाभ मिलता देखा जा सकता है,,नगर परिषद द्वारा टैंकरों के माध्यम से तथाकथित हित ग्राहियों को पेयजल आपूर्ति कराने का धंधा ठाठे मार रहा है,जिसके चलते जाति गत व्यवस्था के तहत चोरी,छुपे अपने खास लोगो तक टैंकर पहुचाने की जबाबदारी नगर परिषद के प्रभारी जल द्वारा पूरी की जा रही है,,आम जनता को ऐसे दुत्कारा जाता है,जैसे वह पानी मांगकर गुनाह कर रही हो,भाजपा के रामराज्य में कांग्रेसी सरपरस्ती के चलते सारी पेयजल आपूर्ति व्यवस्था धरासाई दिखती है,,कुल मिलाकर जल आपूर्ति के नाम पर मनमानी का साम्राज्य स्थापित है,,और लोक सेवा ,जन सेवा का दम भरने वाले भी आम जनता का हक मारते देखे जा सकते है,,नगर परिषद द्वारा करोड़ो का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी रद्दीकरण की भेंट चढ़ चुका है,जिसके चलते नदी के जल को बिना साफ किये ही आपूर्ति सुनिश्चित करने का समाचार भी देखा सुना जा सकता है,,इन मामलों में जंहा प्रदेश के मुखिया बड़ी बड़ी बातें करते हुए जनता के लिए सब कुछ देने की दुहाई देते नजर आते है वही इन्ही के कर्ता धर्ता इनकी मंशा पर पानी फेरते हुए भी देखे जा सकते है,इन मामलों में कार्यवाही करने में क्षेत्रीय प्रशाशन, जिला प्रशाशन,व आला अधिकारी नाकाम नजर आते है,अब अगर सम्भाग या प्रदेश के आला जबाबदार व जिम्मेवार अपनी आंखें खोलें तो आम जनता की समस्या दिखे ,,जिसकी सम्भावना कम ही दिखती है क्योंकि इन सफेदपोशो,व नौकर शाहों पर किसी का बस तो चलता नही,यह खुद अपने आप मे खुदा ,ईश्वर से कम नही है,,और ईश्वरो पर कार्यवाही करने की औकात किसी आदम जात में दिखती नही,,फिर भी खबर के माध्यम से नगर की जनता ने अपनी परेशानी ,समस्याओं से अवगत कराना आवश्यक समझती है,जिससे आगामी समय मे जन सेवा का दम भरने वाले,वोट मांगने से पहले अपने कृत्यो को भी ध्यान में रखें,।

