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मध्य प्रदेश में शीघ्र ही होगी होम्योपैथिक चिकित्सकों की भर्ती

इंदौर। सरकारी नौकरी (Government Jobs) का इंतजार कर रहे युवाओं (Youth) के लिए खुशखबरी है। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में जल्द ही सीएचओ (CHO) के पदों पर शीघ्र होम्योपैथी चिकित्सकों (Homeopathy doctor) की नियुक्ति की जाएगी। वही प्रदेश में आयुष मेलों का भी आयोजन किया जाएगा।यह ऐलान आज इंदौर (Indore) में शिवराज सरकार (Shivraj Government) में राज्य आयुष मंत्री रामकिशोर कांवरे (Minister Ramkishore Kanvere) किया है।

वही उन्होंने कहा कि हम भोपाल (Bhopal) के डायरेक्टोरेट या मंत्रालय (Directorate or ministry) में बैठकर नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के जिलों में जाकर देखेंगे की आयुष के क्षेत्र में किस तरह का काम हो रहा हैइस मौके पर उन्होंने आयुष चिकित्सा क्षेत्र (Ayush medical field) में प्रदेश की आगामी योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी।इस दौरान आयुष मेडिकल वेलफेयर फाउंडेशन ने राज्य आयुष मंत्री को आयुष रत्न से अलंकृत किया।

दरअसल, राज्य आयुष मंत्री रामकिशोर कांवरे आज गुरुवार को ग्रेटर ब्रजेश्वरी पिपलियाहाना स्थित एडवांस्ड वेलनेस सेंटर का निरीक्षण करने पहुंचे थे। यहां उन्होंने आयुष चिकित्सकों (Ayush doctor) को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के वरिष्ठ होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक चिकित्सकीय बोर्ड (Homeopathic and ayurvedic medicine board) का जल्द ही गठन होगा। प्रदेश में आयुष मेलों का आयोजन किया जाएगा। सीएचओ के पदों पर शीघ्र ही होम्योपैथी चिकित्सकों की नियुक्ति की जाएगी।

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राज्य आयुष मंत्री सुझाव देते हुए कहा कि भोपाल के डायरेक्टोरेट या मंत्रालय में बैठकर नहीं बल्कि प्रदेश के सभी जिला क्षेत्रों में जाकर देखना चाहते हैं कि आयुष के क्षेत्र में कौन कैसा कार्य कर रहा है।  आप जिस पद्धति के चिकित्सक हैं, उसी पैथी का उपयोग स्वयं और अपने घर के लोगों के लिये प्रयोग करें। ऐसा करने से आपके चिकित्सा प्रणाली का विकास अवश्य होगा।  जब से वे आयुष मंत्री बने है, तब से इस चिकित्सा पद्धति के महत्व के बारे में व्यापक जानकारी मिली हैं। उन्हें त्वचा रोग (एलर्जी) हो गया था, जिसके लिये उन्होंने होम्योपैथी चिकित्सा अपनाया।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में होम्योपैथी, आयुर्वेद की शिक्षा को और अधिक बेहतर बनाया जायेगा। आने वाले समय में आगामी पीढ़ी होम्योपैथी आयुर्वेदिक चिकित्सा को ही अपनायेगी।आयुष मंत्री ने कहा कि जब वे स्वयं होम्योपैथी, आयुर्वेद अपनायेंगे, तभी दूसरे लोगों को इसे अपनाने के लिये प्रेरित कर सकेंगे। होम्योपैथिक, आयुर्वेदिक, यूनानी चिकित्सकों ने कोरोना काल में बहुत अच्छा कार्य किया है। उनके इस कार्य को हम ऐसे ही व्यर्थ नहीं जाने देंगे।

उन्होंने कहा कि होम्योपैथिक चिकित्सकों को भी यथोचित सम्मान दिलायेंगे। मरीज को जब बड़े-बड़े अस्पताल के चिकित्सक बोलते हैं कि, घर ले जायें मरीज को और इनकी सेवा करें, तब वह मरीज होम्योपैथिक, आयुर्वेदिक व नेचुरोपैथी अपनाकर स्वस्थ रहता है। उन्होंने भविष्य में प्रदेश के आयुष वेलनेस सेन्टरों को और अधिक विकसित करने की बात कही।