रस्सी पकड़कर 15 फीट नीचे लटका रहा, बाहर आने पर फिर घेरा; किसी तरह जान बचाकर भागा
सीहोर |सीहोर में बिजली चोरी पकड़ने पहुंची टीम पर मंगलवार को हमला हुआ। गुस्साए ग्रामीणों ने टीम के साथ न सिर्फ मारपीट की, बल्कि जूनियर इंजीनियर (JE) को उठाकर कुएं में फेंक दिया। इंजीनियर को पत्थर भी मारे। टीम को भागता देख ग्रामीण उन्हें मारने लाठी और डंडा लेकर दौड़े। बमुश्किल इंजीनियर जान बचाकर वहां से भागा और सीधे थाने पहुंच गया।

इंजिनियर की कहानी उसी की जुबानी : ‘हम बिजली चोरी की रुटीन चेकिंग के लिए मंगलवार को इछावर के ढाबला माता गांव पहुंचे थे। साथ में लाइनमैन और हेल्पर सहित स्टाफ के कुछ लोग थे। हम चेकिंग के दौरान सज्जन सिंह पिता नंदसिंह, भोजराज पिता रमेश परमार और कैलाश पुत्र देवी सिंह के कुएं पर गए। यहां ये बिजली चोरी कर मोटर चला रहे थे। हमने प्रकरण दर्ज कर सामान जब्त किया। हमारी कार्रवाई की सूचना असामाजिक तत्वों को लगी, तो कुछ ही देर में भीड़ जमा हो गई। मैं कुछ समझ पाता, इसके पहले ही उन्होंने बिना कुछ कहे मुझे सीधे कुएं में धक्का दे दिया। मैं करीब 15 फीट नीचे कुएं में गिरा, तो इन्होंने ऊपर से पत्थर मारना शुरू कर दिया।’


‘मैं कुएं में गिरा, तो इन्होंने स्टाफ को घेर कर मारने की कोशिश की। वे खेत की ओर भागे, तो ये लाठी-डंडा लेकर पीछे-पीछे दौड़ने लगे। मैं कुएं में मोटर वाली रस्सी पकड़कर लटका था। जैसे-तैसे रस्सी और पत्थर पकड़कर कुएं से निकला, तो ग्रामीणों ने फिर से घेर लिया। मैंने बाहर आकर जेब से मोबाइल निकाला, जो भीग चुका था। ग्रामीणों ने मोबाइल भी छीन लिया। मिन्नतों के बाद उन्होंने मोबाइल लौटाया। जैसे-तैसे जान बचाकर निकले और थाने पहुंचे।’
JE ने कहा कि ग्रामीणों का कहना था कि आपने हमारे खिलाफ प्रकरण कैसे बनाया। यहां आकर कुआं कैसे देखा, मोटर पंप क्यों पकड़ा। मेरे द्वारा तीन प्रकरण बनाए गए, तो वे आक्रोशित हो गए। उन्होंने बताया कि तीन कनेक्शन की बात करें, तो करीब 1 लाख 80 हजार रुपए की बिजली चोरी इन्होंने की है।

3 आरोपियों के खिलाफ नामजद केस दर्ज
सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर सीके पवार ने बताया कि जेई के प्रयास से चोरी पकड़ी गई है। हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है। ऐसे लोगों पर कार्रवाई जारी रहेगी। इछावर थाना प्रभारी उषा मरावी का कहना है कि इंजीनियर की रिपोर्ट पर 3 आरोपियों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया है।