हिसार। पतंगबाजी में इस्तेमाल होने वाला चाइनीज मांझा बच्चों के लिए मुसीबत बन रहा है । देश में रोक के बावजूद चाइनीज मांझे की बिक्री जारी हैपतंगबाजी बच्चों का ही नहीं बड़ों का भी पसंदीदा शौक है। पतंग उड़ाने के लिए चाइनीज मांझे का इस्तेमाल हो रहा है।यह आसानी से टूटता व कटता नहीं है। इस मांझे की यह खूबी लोगों के लिए मुसीबत का सबक बन रही है। हांसी में हनुमान कॉलोनी निवासी बलजीत का 12 साल का पुत्र अनुज गली में खेल रहा था। तभी चाइनीज मांझा उसके पांव से लिपट गया और टांग में कट लगने से उसकी नस कट गई और वह लहूलुहान हो गया।

उसके परिवार के सदस्यों ने किसी तरह मांझे को उसकी टांग से अलग किया। जिसके बाद उसको निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया. जहां ऑपरेशन से उसकी नस को जोड़ा गया है। अनुज के पिता बलजीत ने बताया कि उनका बेटा गली में खेल रहा था. तभी उसके पैर में चाइनीज डोर लिपट गई, जिसकी वजह से उनके बेटे की टांग में कट लग गया। जिसके बाद उसे हॉस्पिटल में भर्ती करवाया, जहां डॉक्टरों ने ऑपरेशन करके उनका इलाज किया।

निजी अस्पताल के डॉक्टर अतुल गर्ग ने बताया कि उनके पास एक 12 साल का बच्चा इलाज के लिए आया था. उसके पैर पर नुकीली चीज से कट लगा हुआ था। जिससे उसके पांव की नस कटी हुई थी. उन्होंने ऑपरेशन करके नाश को जोड़ दिया है। अब बच्चे की हालत ठीक है। डॉक्टर अतुल गर्ग ने बताया की बच्चे के पिता का कहना है की उनके बेटे को यह कट चाइनीज डोर से लगा है।
पिछले 8 सालों से चाइनीज डोर को पूर्ण रुप से बंद करवाने के लिए आवाज उठाने वाले अमित कुमार जैन ने इस घटना को निंदनीय बताया है। अमित जैन ने बताया कि वह पिछले 8 साल से चाइनीज डोर को पूर्ण रूप से बंद करवाने के लिए पीएमओ ऑफिस, हरियाणा के मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, डीसी, एसपी सभी को शिकायत कर चुके हैं। लेकिन किसी भी विभाग की तरफ से अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। ना ही चाइनीज डोर की बिक्री पर शहर में कोई रोक लगाई गई है।