2020 में शुरू हुआ काम इसी साल अप्रैल तक हो सकती है प्राण-प्रतिष्ठा
रायपुर। न्यू राजेंद्र नगर में केनाल रोड के ठीक सामने भगवान झूलेलाल की 56 फीट ऊंची प्रतिमा बनाई गई है। जय झूलेलाल सेवा समिति ने इसका निर्माण दिसंबर 2020 में शुरू करवाया था। 12 कारीगरों ने दिन-रात मेहनत कर इसे महज 1 साल में ही तैयार कर दिया है। समिति के अध्यक्ष गिरीश लहेजा बताते हैं कि विश्व में इससे बड़ी भगवान झूलेलाल की प्रतिमा कहीं और नहीं है। निर्माण में अब तक 32 लाख रुपए का खर्च आ चुका है। आसपास सौंदर्यीकरण समेत छोटे-मोटे काम अब भी बाकी हैं। मार्च के अंत तक काम पूरा हो जाएगा तो अप्रैल में चेट्रीचंड्र महोत्सव के दौरान यहां भगवान की प्राण-प्रतिष्ठा होने की उम्मीद है।


बच्चों को संस्कृति से जोड़ने के लिए करवाया गया निर्माण
मूर्ति के निर्माण में शहरभर से सिंधी समाज के लोगों ने योगदान दिया है। इतनी बड़ी मूर्ति का निर्माण करवाने की वजह बताते हुए भरत कुकरेजा कहते हैं, आज की पीढ़ी अपनी संस्कृति और संस्कारों से दूर हो रही है। आज के बहुत से बच्चे भगवान झूलेलाल को ही नहीं जानते, जबकि वे सिंधी समाज के इष्ट हैं। अब तक बच्चे इतनी बड़ी मूर्ति देखेंगे तो सहज ही उनके मन में भगवान झूलेलाल के प्रति जिज्ञासा जगेगी और वे अपने आराध्य केे बारे में अधिक जानने का प्रयास करेंगे।
सिंधी भाषा का ज्ञान देने केंद्र, अस्पताल बनाने की योजना
मूर्ति के आसपास खाली जगह है। समाज इस जमीन पर 2 मंजिला बहुउद्देश्यीय भवन बनाना चाहता है। निचले फ्लोर पर बच्चों को सिंधी भाषा व संस्कृति का ज्ञान देन के लिए ज्ञान केंद्र खोला जाएगा। फर्स्ट फ्लोर पर सर्व समाज के लिए निशुल्क अस्पताल का संचालन करने की योजना है। इस नेक कार्य में सहयोग के लिए समाज के कई वरिष्ठ डॉक्टरों से भी चर्चा की गई है। वे भी यहां निशुल्क सेवा देने के लिए अपनी सहमति दे चुके हैं।